बालोद। 11 दिनों तक विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद अब श्री गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है। आयोजन समिति के पदाधिकारी कार्यक्रम स्थल से नाचते गाते हुए विसर्जन स्थल तक पहुंचे थे।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित श्री गणेश की मूर्तियों के अलावा घरों में भी विराजमान श्री गणेश की मूर्तियां का विसर्जन किया गया।
विसर्जन के 1 दिन पहले हवन पूजन भी किया गया, जहां यज्ञ में आहुति देकर लोगों ने घर, परिवार, गांव एवं क्षेत्र में सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए कामना की।
सुरक्षा व्यवस्था के मध्य हुआ विसर्जन
गुरुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश विसर्जन की धूम रही। नगर में विराजित श्री गणेश की मूर्तियों को स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था के साथ ग्राम कोलिहामार स्थित गणेशा तालाब में विसर्जन किया गया। भक्तो ने नाचते-गाते ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के नारों के साथ उन्हें विदा किया।
गुरुर के अलावा ग्राम कंवर, पुरूर, पलारी, बोडरा, धनेली, बासीन, भरदा, पेन्वरो, छेड़िया, धनोरा, अरकार, अरमरीकला, डांडेसरा सही सभी गांव में आयोजक समिति द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर गांव के तालाब व अन्य जल स्रोत में विसर्जन किया। कुछ ग्रामों में घरो में विराजमान छोटी मूर्तियां को प्लास्टिक के पात्र में रखकर विसर्जन किया ताकि जल प्रदूषित न हो।