गुरुर विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच मार्गों की हालत खराब हो गई है। वर्षों से मरम्मत नहीं होने एवं प्रतिदिन भारी वाहनों के गुजरने के कारण डामरीकृत सड़कों की हालत खराब होने लगी है।
इधर वन परिक्षेत्र गुरुर के अंदरूनी मार्ग ग्राम कपरमेटा से नाहन्दा, कोसमी, करियाटोला, गोटाटोला, नेशनल हाईवे 30 जगतरा से सोंहतरा, दुग्गाबाहरा, खैरडीगी, बिच्चीबाहरा ओड़ेनाडीह जैसे अन्य मार्गों की भी डामरीकरण करने के लिए क्षेत्र की ग्रामीण लगातार जनप्रतिनिधियों के अलावा विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करा रहे हैं लेकिन लंबे समय से उपरोक्त मार्ग शासन प्रशासन की उपेक्षा का शिकार है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार से नहीं मिल रही अनुमति
वन विभाग से जानकारी के मुताबिक गुरुर रेंज के अंतर्गत आने वाले विभिन्न मार्गो की डामरीकरण के लिए ग्रामीण लगातार मांग करते हैं। ग्रामीणों की मांग को उच्च अधिकारियों के माध्यम से शासन को अवगत कराया जाता है, हालांकि पीडब्ल्यूडी या फिर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत डामरीकरण होना है लेकिन नियमों के मुताबिक जब तक केंद्र सरकार की अनुमति नहीं मिलेगी तब तक उपरोक्त मार्गों का डामरीकरण नहीं हो पाएगा।
रमतरा, पेन्वरो, घोघोपुरी मार्ग में जगह जगह गड्ढा
इसी तरह खराब स्थिति नेशनल हाईवे 930 ग्राम भरदा से पेंवरो, रमतरा, घोघोपुरी पहुंच मार्ग की है, क्योंकि इस मार्ग से प्रतिदिन का ग्राम रमतरा, सुर्रा, भानपुरी, पेंवरो, घोघोपूरी जैसे अन्य गांव के ग्रामीण एवं स्कूली बच्चे गुरुर में संचालित शासकीय कार्यालय में काम से एवं स्कूली बच्चे विद्यालय के लिए पहुंचते हैं लेकिन पहुंच मार्ग में बने गड्ढा एवं गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने से अनहोनी की आशंका बढ़ती जा रही है क्योंकि आवागमन के दौरान ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों को गड्ढों का आभास नहीं हो पाता जिसके कारण लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार होने लगे है।
गिट्टी बोल्डर के उखड़ने से हो रही दुर्घटना
वही ग्राम चूल्हापथरा से बढ़भूम, नारागांव पहुंच मार्ग की हालत अत्यंत खराब है, मार्ग में जगह-जगह गड्ढा एवं गिट्टी, बोल्डर के उखड जाने से आए दिन लोग यहां बेवजह दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि इस मार्ग से प्रतिदिन ग्राम हितेकसा, बढ़भूम, गोटाटोला, कंकालीन, नारागांव, किनारगोंदी के ग्रामीण व स्कूली बच्चे ब्लॉक मुख्यालय पहुंचते हैं।
क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा लगातार संबंधित विभाग को मार्ग की मरम्मत के लिए पत्र व्यवहार किया जा रहा है लेकिन सड़कों की मरम्मत नहीं होने से दिनों दिन स्थिति दयनीय होती जा रही है।