यह हड़ताल तूता नया रायपुर में जारी है जंहा रायपुर, बिलासपुर, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, गरियाबंद, बालोद, दुर्ग, भिलाई, बीजापुर सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों से कर्मचारी शामिल हो रहे हैं।
हड़ताल को लेकर शासन प्रशासन द्वारा उनके पक्ष में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है जिसमें धरना प्रदर्शन के दौरान तीन साथियों की धरना प्रदर्शन के दौरान निधन हो चुका है लेकिन शासन प्रशासन द्वारा किसी तरह से ढांढस संवेदना व्यक्त तक नहीं गया है जो छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगियों के लिए बड़ी विडंबना हैं।
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घोषणा के बाद भी मांग अधूरा
हड़ताल में बैठे कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान में बीजेपी सरकार के द्वारा सत्ता में आने से पहले मंच में आकर कहा था कि यदि हमारी सरकार बनती है तो नियमित व स्थाईकरण करने का वादा के साथ घोषणा भी किया गया था और हमने बीजेपी सरकार को जिताने के लिए पूरे जोर लगा दिया, किंतु आज उनके द्वारा हमसे मिलना तो दूर हमसे बात करने को भी तैयार नहीं हैं।
2 मांगो को लेकर हड़ताल जारी
परिणाम स्वरूप तूता नया रायपुर में दैनिक वेतन भोगियों का अनिश्चित कालीन का प्रदर्शन अब तक जारी है। संघ द्वारा शासन प्रशासन से प्रमुख दो मांग अकास्मिकता सेवानिधि नियम लागू एवम स्थाईकरण करने के लिए किया जा रहा है।
उग्र आंदोलन की भी तैयारी
हड़ताल में बैठे लोगों ने बताया कि अकास्मिकता सेवा निधि विभागीय को पूरा करना विभागीय प्रक्रिया है जिसमें आसानी से पूर्ण किया जा सकता था। धरना स्थल में 5 साथियों के द्वारा भूख हड़ताल भी किया जा रहा है, कर्मचारियों ने शासन प्रशासन को चेतावनी दिया है कि यदि हमारी मांग जल्द ही पूरी नहीं होगी तो हम उग्र रूप से आंदोलन भी करने बाध्य होंगे इसके लिए शासन और प्रशासन दोनो जवाबदार रहेंगे।
उक्त जानकारी वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ (पं. क्र. 548) के मीडिया प्रभारी सुनील कुमार यादव, जिला अध्यक्ष कोर्तन चौहान, जिला उपाध्यक्ष राम कुमार स्वर्णकार, संगठन मंत्री रामकुमार साहू, केशव निषाद सचिव एवं संगठन के समस्त सदस्य के द्वारा दिया गया है।