गुरुर/बालोद। भाजपा की सरकार किसान हितैषी नहीं हो सकती। अगर सरकार को किसानों की चिंता रहती, तो 14 नवंबर की बजाये 1 नवंबर से ही धान खरीदी प्रारंभ करने निर्णय लेती, लेकिन यहां शासन ने किसानों के हित का कोई ध्यान नहीं रखा।
उनका कहना है कि प्रदेश में अमूमन एक नवंबर से धान की खरीदी शुरू होती रही है। इस बार बारिश अच्छी हुई है, फसल भी अच्छी है। पैदावार अधिक होने की संभावना है इसलिए सरकार को इस वर्ष धान खरीदी एक नवंबर से चालू कर देना चाहिए। साथ ही खरीदी का लक्ष्य भी बढ़ाना चाहिए ताकि किसानों की पूरी पैदावार की खरीदी हो सके।उपरोक्त बातें ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुरुर के अध्यक्ष तामेश्वर साहू ने कहते हुए राज्य सरकार से एक नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग की, उन्होंने कहा कि नवंबर के द्वितीय सप्ताह की बजाय 1 नवंबर से ही धान खरीदी प्रारम्भ हो।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरूवात की थी लेकिन वर्तमान सरकार इसे 14 नवंबर से कर रही है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुरुर के अध्यक्ष तामेश्वर साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ से मानसून लौट चुका है लेकिन क्षेत्र में हल्की से माध्यम बारिश की स्थिति बनी हुई है। क्षेत्र के किसानों द्वारा फसल कटाई एवं मिजाइ कार्य तेजी से जारी है लेकिन अचानक हुए मौसम में बदलाव के कारण किसानों की भी चिंता बढ़ गई है क्योंकि वर्तमान समय में अगर बारिश हुआ तो धान की फसलों को काफी नुकसान होगा, ऐसे में किसानो के हित में निर्णय लेकर शासन को एक नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ करनी चाहिए।