बालोद/धमतरी से खोमेश्वर गुरूपंच की रिपोर्ट :- छत्तीसगढ़ में एक ऐसी संस्था है जो घटना दुर्घटना की सूचना पर शीघ्र ही बिना किसी मदद के पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचा कर मदद कर रहे हैं। घटनास्थल से समय पर अस्पताल पहुंचने पर कई लोगों की इसमें जान भी बची है। हम बात कर रहे है रक्तदान ग्रुप एंबुलेंस सेवा संस्था धमतरी की, जहां शिवा प्रधान द्वारा विगत 10 वर्षों से इस तरह नि: शुल्क सुविधा दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा नेशनल हाईवे 30 रायपुर जगदलपुर मुख्य मार्ग में कांकेर, चारामा, कोचवाही, चिटौद, मरकाटोला घाटी, जगतरा, बालोदगहन, पुरुर, धमतरी, कुरुद, नेशनल हाइवे 930 गुरुर, कुम्हारखान, देरानी जेठानी नाला, कपरमेटा मोड़, तार्री जैसे अन्य स्थान वर्तमान में डेंजर जोन बना हुआ है। शासन प्रशासन ने भी उपरोक्त स्थान को डेंजर जोन घोषित किया है जहां हर समय दुर्घटनाएं हो रही है।
क्षेत्र में सड़क दुर्घटना होने पर कई बार संजीवनी 108 वाहन समय पर नहीं पहुंच पाती, साथ ही अधिक घायल होने पर या घटना दुर्घटना में मृत होने पर लोग भी मदद करने सामने नहीं आते, ऐसे में धमतरी से रक्तदान ग्रुप एंबुलेंस सेवा संस्था तत्काल पहुंचकर घायलों का मदद करते हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के अलावा कई बार क्षत विक्षत शव को अस्पताल या मरच्युरी तक पहुंचाकर परिजनों के अलावा शासन प्रशासन को भी सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
घटना दुर्घटना में कई बार पुलिस प्रशासन की टीम भी समय पर नहीं पहुंच पाती, लेकिन रक्तदान ग्रुप एंबुलेंस सेवा संस्था समय पर पहुंचकर हमेशा सहयोग प्रदान किया है ऐसे मे कुछ दिन पहले ही पुलिस थाना पुरुर द्वारा शिवा प्रधान का सम्मान किया गया था। इस तरह क्यों बार सम्मान मिल चुका है।
घटना दुर्घटना में हमेशा मदद के लिए तत्पर रहने वाले रक्तदान ग्रुप एंबुलेंस सेवा संस्था को अगर सरकारी मदद या स्थानीय तौर पर जनप्रतिनिधियों की मदद मिल जाए तो यह कार्य बेहतर ढंग से और संचालित हो सकता है क्योंकि एक चर्चा के दौरान जानकारी मिला कि घटना दुर्घटना होने पर पेट्रोल डीजल से लेकर ग्लब्स, मास्क जैसे अन्य जरूरी चीजों को स्वयं खरीदना पड़ता है, जबकि ग्लब्स, मास्क जैसे जरूरी वस्तुओं को स्वास्थ्य विभाग आसानी से उपलब्ध करा सकता है।
वर्षो से बिना किसी सहयोग, मदद के इस तरह त्वरित सहायता करने टीम को सहयोग प्रदान करने शासन प्रशासन को भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि रक्तदान ग्रुप सेवा संस्था,, धमतरी के अलावा कांकेर, बालोद, चारामा, कुरूद, गुंडरदेही, मगरलोड, अभनपुर, भखारा, रायपुर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में भी सहायता के लिए पहुंच रहे हैं।