रायपुर। जागरूकता की कमी की वजह से कुछ व्यापारी आज भी कई प्रकार से ठगी का शिकार हो रहे है। आज के इस दौर में आनलाइन, लेनदेन को सुविधा जनक बनाने के लिए व्यापारी, बैंक, एवम ग्राहक के मध्य एक तीसरा प्लेटफार्म विकसित किया गया है, जो कि एक प्रकार का ई कॉमर्स सॉफ्टवेयर है जिसे पेमेंट गेटवे कहा जाता है।
थाना सिविल लाइन रायपुर निरीक्षक रोहित मालेकर ने आम नागरिकों के अलावा व्यापारियों को भी सतर्क रहने के लिए अपील किया है उन्होंने बताया कि मार्केट में आज की स्थिति में लगभग 20 पेमेंट गेटवे उपलब्ध है जैसे पेटीएम, पे यू, गूगल पे, फोन पे, मोविक्विक, बिल्डेक्स, ई पैसा, रेजर पे, इत्यादि।
भीड़ वाली जगहों पर ठगी की आशंका
ठग व्यापारियों को ठगने के लिए आज कल फर्जी पेमेंट गेटवे का उपयोग कर रहे है, वे जब भी दुकान में लेनदेन करने जाते है, समान खरीदने के बाद फर्जी पेमेंट गेटवे से डिलीवरी का फर्जी मेसेज बनाकर व्यापारी को दिखा देते है, कि पैसा उन्होंने व्यापारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया है लेकिन ऐसा होता नहीं है। टारगेट उन दुकानों को किया जाता है जहां भीड़ भाड़ ज्यादा होती है। फर्जी पेमेंट गेटवे, प्ले स्टोर से आसानी से इंस्टाल किया जा सकता है।
तुरंत नजदीकी थाना में करें सूचना
थाना सिविल लाइन रायपुर निरीक्षक रोहित मालेकर ने व्यापारियों को लेन देन हेतु वाइस ट्रांजेक्शन मशीन का उपयोग के लिए अपील किया है, इसके अलावा मेसेज को चेक करने और ग्राहक का डिटेल्स अपने पास अवश्य रखने के लिए भी कहा है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति ठगी का शिकार हो गया है तो तत्काल 1930 पर फोन करके इसकी सूचना दे, गूगल पर जाकर सेंट्रल गेवरमेंट के साइबर रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर इसकी रिपोर्ट करें, तथा नजदीकी थाने से संपर्क करें।