बालोद। राजधानी स्थित (तुता) रायपुर में दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ द्वारा अपनी प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है जंहा छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी क्षेत्रों से वन विभाग के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी शामिल हो रहे हैं।
दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के बालोद जिलाध्यक्ष एवं कोर कमेटी के प्रदेश सदस्य मीनेश कुमार सिन्हा ने बताया कि हड़ताल को 40 से अधिक दिन बीत गया है इसके बाद भी हड़ताल को लेकर शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
कर्मचारियों ने शासन प्रशासन को चेतावनी दिया है कि यदि हमारी मांग जल्द ही पूरी नहीं होगी तो हम उग्र रूप से आंदोलन भी करने बाध्य होंगे इसके लिए शासन और प्रशासन दोनो जवाबदार रहेंगे।
बालोद जिला से 250 से अधिक कर्मचारी हो रहे शामिल
दुर्ग संभाग अध्यक्ष संतोष सोनी, बालोद जिलाध्यक्ष मीनेष सिन्हा, गुरुर ब्लॉक अध्यक्ष जितेंद्र यादव, अंजू दुबे, दिलीप रंगारी, दानवीर सिन्हा ने बताया कि प्रदेश स्तरीय इस हड़ताल में बालोद जिले से बालोद के अलावा गुरुर, डौडी लोहारा, दल्ली राजहरा, डौडी, घोटिया, पुरूर, बढ़भूम जैसे अन्य क्षेत्रों से 250 से अधिक कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
प्रमुख मांगों को लेकर किया जा रहा हड़ताल
संघ द्वारा शासन प्रशासन से प्रमुख दो मांग अकास्मिकता सेवानिधि नियम लागू एवम स्थाईकरण करने के लिए किया जा रहा है। अकास्मिकता सेवा निधि विभागीय को पूरा करना विभागीय प्रक्रिया है जिसमें आसानी से पूर्ण किया जा सकता था। धरना स्थल में 5 साथियों के द्वारा भूख हड़ताल भी किया जा रहा है।
वादा करके मुकर रही सरकार
हड़ताल में बैठे कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान में राज्य की बीजेपी सरकार द्वारा सत्ता में आने से पहले मंच में आकर कहा था कि यदि हमारी सरकार बनती है नियमित व स्थाईकरण करने का वादा कर घोषणा भी किया गया था जिसके चलने हम सभी ने बीजेपी सरकार को जिताने के लिए पूरे जोर लगा दिया, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भाजपा की सरकार अब अपना वादा पूरा करने मुकर रही है।
त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बनाएंगे रणनीति
हड़ताल में बैठे कर्मचारियों का कहना है कि हड़ताल के दौरान शासन द्वारा संघ से मिलना तो दूर, बात करने को भी तैयार नहीं है ऐसे में कर्मचारियों ने त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में संघ द्वारा जवाब देने के लिए भी रणनीति बनाने की बात कही है।
आंदोलन रत कर्मचारियों के मुताबिक धरना प्रदर्शन के दौरान तीन साथियों की निधन हो चुका है लेकिन शासन प्रशासन द्वारा किसी तरह से ढांढस संवेदना व्यक्त तक नहीं गया है जो छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगियों के लिए बड़ी विडंबना हैं।
उक्त जानकारी संघ के प्रांताध्यक्ष रामकुमार सिन्हा, संभाग अध्यक्ष संतोष सोनी, जिलाध्यक्ष मिनेश सिन्हा एवं मिडिया प्रभारी दानवीर सिन्हा ने दी।