गुरुर/बालोद। हर साल 26 सितंबर को विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक करना है।
क्षेत्र के समाजसेवी रिखीराम साहू ने कहा कि पर्यावरण स्वच्छ रखने से हम सभी साफ हवा में सांस ले पाते हैं, लेकिन पर्यावरण की क्षति होने पर हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पडता है, ऐसे में यह हमारा कर्तव्य बनता है कि जिस तरह से हम अपनी हेल्थ का ध्यान रखते हैं, ठीक उसी तरह से हमें पर्यावरण के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की जरूरत होती है।
बता दें कि साल 2011 में इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ एनवायरमेंटल हेल्थ ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को उजागर करने के लिए विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाने की पहल की थी। इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद पॉल्यूशन से निपटना, टिकाऊ जीवन पद्धतियां अपनाने, अपशिष्ट प्रबंधन करना और सभी लोगों के लिए पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखना है।
हर स्तर पर पर्यावरण को बचाने का प्रयास करें
क्षेत्र के समाजसेवी रिखीराम साहू ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपने स्तर पर पर्यावरण को बचाने का प्रयास करें, अधिक संसाधनो का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न कर, प्रदूषण को बढ़ावा न दे तो पर्यावरण की सुरक्षा हो सकती है। इस तरीके को अपनाकर कई बड़ी आपदाओं को रोका जा सकता है।