रायपुर/बालोद से खोमेश्वर गुरूपंच की रिपोर्ट:- वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल 2 माह के स्थगित कर दी है, मांगों पर सहमति बनने के बाद संघ ने हड़ताल वापस ले ली गई है।
दरअसल पिछले 48 दिनो से वन विभाग के कर्मचारी रायपुर के तूता में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे थे। इस दौरान वन विभाग के कर्मचारी और मंत्री, अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद स्थायीकरण और कार्यभारिता मांग पर सहमति बनने के बाद हड़ताल वापस ले ली गई है।
शासन द्वारा इस तरह आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल स्थल पर ही सभी कर्मचारियों ने एक दूसरे को गुलाल एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर बधाई दी तथा 2 माह के लिए उक्त हड़ताल को स्थगीत करने के लिए फैसला लिया।
समय सीमा के बाद फिर से होगा हड़ताल
संघ के प्रांताध्यक्ष रामकुमार सिन्हा ने कहा कि लिखित में दिया गया है कि अगर समय सीमा पर हमारी मांग पूरी नहीं होती है तो फिर हड़ताल में बैठेंगे। पहले छह सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी और आज दो सूत्री मांगों पर बनी सहमति बनी है।
अध्यक्ष रामकुमार सिन्हा, संभाग अध्यक्ष संतोष सोनी, बालोद जिलाध्यक्ष एंड कोर कमेटी के सदस्य मिनेश सिन्हा, ब्लॉक अध्यक्ष जितेन्द्र यादव, मिडिया प्रभारी दानवीर सिन्हा ने बताया कि हमने स्थायीकरण, आकस्मिक निधि सेवा लागू करने, सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाने, रिक्त स्थानों पर दैनिक वेतनभोगी को समायोजन किया जाने की मांग थी। इसके अलावा रूका हुआ वेतन तत्काल भुगतान, श्रमिक सम्मान राशि का भुगतान, डिपो में 24 घंटे की ड्यूटी बंद करने और समान काम समान वेतन की मांग की थी।
जिलाध्यक्ष मिनेश सिन्हा ने माना आभार
बालोद जिलाध्यक्ष एंड कोर कमेटी के सदस्य मिनेश सिन्हा ने बताया कि राजधानी में आयोजित इस हड़ताल में छत्तीसगढ़ के सभी क्षेत्रों से हजारों की संख्या में कर्मचारी शामिल हुए थे। बालोद जिले से भी 250 से अधिक कर्मचारी शामिल हुए। शासन द्वारा आश्वासन मिलने के बाद तथा हड़ताल में संघ के सभी साथियों की उपस्थिति के लिए बालोद के जिलाध्यक्ष मिनेश सिन्हा ने सभी का आभार माना।